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जिला प्रशासन द्वारा चॉकलेट फैक्ट्री पर बड़ी कार्रवाई- फैक्ट्री की गई सील

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  Vastvikta Darshan News           इंदौर । कलेक्टर शिवम वर्मा के निर्देशानुसार महू एसडीएम राकेश परमार एवं सिमरोल नायब तहसीलदार की संयुक्त टीम द्वारा खाराखेड़ा स्थित एक चॉकलेट फैक्ट्री पर महत्वपूर्ण कार्रवाई की गई। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि फैक्ट्री में फायर सेफ्टी के आवश्यक प्रावधानों का पूरी तरह अभाव था। साथ ही फूड सेफ्टी (FSSAI) मानकों तथा लेबर एक्ट में निर्धारित प्रावधानों का पालन भी नहीं किया गया था। जांच में यह भी पाया गया कि फैक्ट्री परिसर में स्वच्छता व्यवस्था अत्यंत खराब स्थिति में थी, जो खाद्य सुरक्षा के दृष्टिकोण से गंभीर लापरवाही है। इन सभी गंभीर अनियमितताओं को देखते हुए प्रशासन द्वारा फैक्ट्री को तत्काल प्रभाव से सील कर दिया गया।

125 लड़कियों के उतरवाए कपड़े, स्कूल प्रधानाचार्या और शिक्षिकाओं समेत आठ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज

लड़कियों को खून के धब्बों की तस्वीरें दिखाई गईं और उनसे पूछताछ की गई

कक्षा 5 से 10 तक की लड़कियों को मासिक धर्म की जांच के लिए कपड़े उतरवाए गए

वास्तविकता दर्शन समाचार 


        पीटीआई, ठाणे। महाराष्ट्र के एक स्कूल में मासिक धर्म की जांच के लिए लड़कियों के कपड़े उतरवाए गए जिसके बाद इस मामले में आठ लोगों पर मामला दर्ज किया गया है। इसके साथ ही अधिकारियों ने बताया कि कक्षा 5 से 10 तक की लड़कियों को यह जांचने के लिए कपड़े उतरवाए गए कि उन्हें मासिक धर्म हो रहा है या नहीं।

० छात्राओं के अभिभावकों में आक्रोश फैल गया

       पुलिस ने बताया कि यह घटना मंगलवार को कस्बे के आर.एस. दमानी स्कूल में हुई जब शौचालय में खून के धब्बे पाए गए। इससे छात्राओं के अभिभावकों में आक्रोश फैल गया और उन्होंने बुधवार को स्कूल परिसर में विरोध प्रदर्शन किया और इस घटना में शामिल प्रबंधन और शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। 

० छात्रा के अभिभावक द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत

एक छात्रा के अभिभावक द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, कक्षा 5 से 10 तक की लड़कियों को स्कूल के कन्वेंशन हॉल में बुलाया गया और उन्हें प्रोजेक्टर के माध्यम से शौचालय और फर्श पर खून के धब्बों की तस्वीरें दिखाई गईं और पूछा गया कि क्या उनमें से किसी को मासिक धर्म हो रहा है।

       इसके बाद इन लड़कियों को दो समूहों में बांट दिया गया। जिन लड़कियों ने कहा कि उन्हें मासिक धर्म हो रहा है, उनसे शिक्षकों को अपने अंगूठे के निशान देने को कहा गया। लेकिन जिन लड़कियों ने कहा कि उन्हें मासिक धर्म नहीं हो रहा है, उन्हें एक-एक करके शौचालय ले जाया गया और एक महिला शिक्षिका ने उनके गुप्तांगों की जांच की।

० स्कूल की प्रधानाचार्या, चार शिक्षिकाओं पर मामला दर्ज

        पुलिस ने बताया कि शिकायत के आधार पर स्कूल की प्रधानाचार्या, चार शिक्षिकाओं, परिचारिका और दो ट्रस्टियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

       ठाणे ग्रामीण के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राहुल जाल्टे ने कहा कि जब अभिभावकों को छात्राओं की इस तरह की जांच के बारे में पता चला, तो वे स्कूल में इकट्ठा हो गए और संबंधित शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। शाहपुर पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ निरीक्षक मुकेश धागे ने बताया कि इस सिलसिले में अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।

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